राजस्थान से उत्तराखंड तक सुरक्षा सख्त, पुलिस अलर्ट मोड में

पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर राजस्थान और उत्तराखंड समेत कई राज्यों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। राजस्थान में पाकिस्तान की सीमा से सटे श्रीगंगानगर जिले में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। श्रीगंगानगर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव यादव ने स्थानीय अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है।
श्रीगंगानगर में पुलिस अलर्ट
एसपी गौरव यादव ने बताया कि श्रीगंगानगर जिला अतंरर्राष्ट्रीय सीमा पर है और बेहद संवेदनशील इलाका है। पहलगाम घटना के बाद से यहां भी पुलिस पूरी तरह अलर्ट है।
गौरव यादव के अनुसार,
थाने में रखे सभी हथियारों की जांच की जा रही है। खासकर लंबी दूरी तक जाने वाले हथियारों की चेकिंग चल रही है। इसके अलावा श्रीगंगानगर में मौजूद ठहरने की जगहें जैसे होटल और धर्मशालाओं की भी जांच हो रही है।
नैनीताल में सुरक्षा सख्त
उत्तराखंड के नैनीताल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम देखने को मिल रहे हैं। नैनीताल के कुमाऊं क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। कुमाऊं की आईजी रिद्धिमा अग्रवाल ने बताया कि पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सार्वजनिक स्थानों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।
आईजी रिद्धिमा अग्रवाल के अनुसार,
हमने अलर्ट जरी कर दिया है। सभी जिलों में एसएसपी को भीड़भाड़ वाले इलाकों की निरंतर जांच के आदेश दिए गए हैं। सीमा चौकियों पर भी जांच चल रही है। हमने खुफिया इकाई को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी आने-जाने वालों पर पुलिस की नजर बनी हुई है।
भारत सरकार ने उठाए कड़े कदम
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। 1960 के सिंधु जल समझौते को रद्द करने से लेकर पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों को 1 हफ्ते के भीतर देश छोड़ने और सार्क वीजा के तहत भारत में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश से जाने का आदेश दिया है।
26 लोगों की गई थी जान
पहलगाम आतंकी हमले पर सख्त रुख अपनाते हुए भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। गौरतलब है कि मंगलवार को पहलगाम के बैसरन में आतंकियों ने कई पर्यटकों को निशाना बनाया। इस दौरान 25 भारतीय नागरिकों और 1 नेपाली नागरिक की जान चली गई। 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद यह सबसे घातक आतंकी हमला था, जिसकी पूरी दुनिया में निंदा हो रही है।