हैरी ब्रूक ने विवादों पर तोड़ी चुप्पी, कहा- भारत की परेशानी से इंग्लैंड को मिला मोमेंटम
नई दिल्ली : भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में मिली हार को भुलाकर बुधवार से मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट मैच में उतरेगी। भारत लॉर्ड्स टेस्ट में अच्छी स्थिति में था, लेकिन पांचवें दिन आसान सा लक्ष्य हासिल नहीं कर सका और उसे 22 रनों से हार मिली। भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे चल रही है और अब उसकी नजरें वापसी करने पर टिकी हुई हैं।
लॉर्ड्स पर क्यों बढ़ा था तनाव?
एक ओर जहां भारत नए जोश के साथ उतरने के लिए तैयार है, वहीं इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने मैच से पहले उसके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। ब्रूक का मानना है कि लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय खिलाड़ियों के साथ मैदान पर हुई छींटाकशी से उनकी टीम को फायदा पहुंचा था। दरअसल, तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन जब खेल समाप्ति की ओर था तब भारतीय खिलाड़ियों के साथ जैक क्राउली और बेन डकेट की बहस हो गई थी। मामला उस वक्त बढ़ा जब जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे और क्राउली उनका सामना करने के बजाए समय बर्बाद कर रहे थे। इससे कप्तान शुभमन गिल सहित अन्य भारतीय खिलाड़ी भड़क गए और उन्हें व्यंग्यात्मक ढंग से क्राउली के लिए ताली बजाई। इससे माहौल गर्म हो गया था। मैनचेस्टर टेस्ट से पहले ब्रूक से इस विवाद के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मुझे बहुत सारी प्रशंसा मिली है। सभी ने कहा कि यह देखना शानदार था। जब हम फील्डिंग कर रहे थे तब ऐसा लग रहा था कि यह 11 बनाम दो खिलाड़ी है। यह मजेदार था। मुझे स्वीकार करना होगा कि इसका मुझे फायदा होगा। फील्डिंग के दौरान हम पर थकान हावी हो रही थी लेकिन इसने मैच को मजेदार बना दिया।
ब्रूक बोले- खेल भावना के साथ खेलने की कोशिश करते हैं
ब्रूक ने हालांकि जोर देकर कहा कि इस मामले में सीमाएं नहीं लांघी जाएंगी। उन्होंने कहा, हम खेल भावना के साथ जितना हो सके खेलने की कोशिश करते हैं। डकेट और क्राउली ने बुमराह के उस ओवर का सामना करने के लिए कड़ी मेहनत की थी। हां, मुझे लगता है कि इसने उन्हें थोड़ा और दबाव में डाल दिया। मुश्किल पिच पर कम स्कोर का पीछा करते समय उनपर दबाव हावी हो गया और हम मैच जीत गए। भारत लॉर्ड्स टेस्ट में मुश्किल पिच पर 193 रनों का पीछा करते हुए 171 रन पर आउट हो गया था। ब्रूक ने कहा, हमने अब तक जितने भी मैच खेले हैं, वे सभी खेल के आखिरी सत्र तक चले हैं, जो आपको अक्सर देखने को नहीं मिलता। बहुत से लोग मेरे पास आकर कह रहे हैं कि यह एक अद्भुत सीरीज रही है, धन्यवाद। सभी ने कहा कि लॉर्ड्स टेस्ट उनके देखे गए बेहतरीन मैचों में से एक था, इसलिए यह एक अद्भुत सीरीज रही है और मैं बाकी मैचों का इंतजार कर रहा हूं।