Hormonal Changes से कैसे करें स्किन को बचाव? मेनोपॉज़ में ज़रूरी 7 टिप्स
पीरियड्स से लेकर मेनोपॉज तक, एक महिला अपने जीवन में कई स्टेज से गुजरती है। मेनोपॉज महिलाओं के शरीर में होने वाले सबसे बड़े बदलावों में से एक है। मेनोपॉज के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव आते है। कहते हैं कि ये ऐक ऐसा फेज होता है जब महिला के शरीर में सबसे बड़ा बायोलॉजिकल बदलाव होता है। आमतौर पर मेनोपॉज 45-55 साल की उम्र में होता है। मेनोपॉज तब कहा जाता है, जब आपको एक साल तक पीरियड्स नहीं आते हैं। इस वजह से त्वचा रूखी हो जाती है, साथ ही आपकी स्किन बैरियर भी कमजोर होने लगती है और एक्ने, रोजेशिया की समस्या भी हो सकती है। इस बदलाव के दौरान जरूरी है कि आप अपनी स्किन केयर में भी बदलाव करें। आइए जानते हैं कि मेनोपॉज के दौरान अपनी स्किन का कैसे ख्याल रखें।
त्वचा को रखें हाइड्रेट
मेनोपॉज के बाद त्वचा रूखी और बेजान लग सकती है। इसे हाइड्रेटेड रखने के लिए दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। साथ ही, हाइड्रेटिंग मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें, जिससे त्वचा मुलायम और चमकदार बनी रहे।
सनस्क्रीन
आपको हर रोज सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए। मेनोपॉज के दौरान भी सनस्क्रीन का उपयोग बेहद जरूरी माना जाता है। इससे स्किन कैंसर की संभावना कम होती है और एजिंग के लक्षण भी कम नजर आते हैं।
पोषण से भरपूर डाइट लें
त्वचा की सेहत को बनाए रखने के लिए विटामिन C, E और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर डाइट लें। हरी सब्जियां, नट्स, फल और बीज आपकी त्वचा को अंदर से पोषण देंगे और चमकदार बनाए रखेंगे।
अच्छे टोनर-क्रीम का करें इस्तेमाल
मेनोपॉज के दौरान अगर आपकी भी त्वचा रूखी और बेजान हो रही है तो चेहरे की रंगत सुधारने के लिए अच्छे टोनर का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, त्वचा में कसाव लाने और झुर्रियों कम करने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें। आप कुछ घरेलू नुस्खे भी ट्राई कर सकते हैं।
योग और व्यायाम करें
योग और हल्की एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे त्वचा पर नेचुरल ग्लो आता है। रोजाना 30 मिनट का वर्कआउट आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखेगा।
घरेलू नुस्खे अपनाएं
मेनोपॉज के दौरान आप अपने चेहरे की रंगत को कायम रखने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी अपना सकती हैं। फेस पैक जैसे हल्दी और दही, एलोवेरा और शहद, या गुलाब जल और चंदन पाउडर त्वचा को प्राकृतिक नमी और चमक प्रदान कर सकते हैं।
तनाव न लें
तनाव हार्मोन असंतुलन को बढ़ा सकता है, जिससे त्वचा की रंगत फीकी पड़ सकती है। मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज और अच्छी नींद लेना तनाव को कम करने में मदद करता है।