भोपाल: रोशनपुरा चौराहे पर शुक्रवार दोपहर में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता इकट्ठा हुए.  कांग्रेस कार्यकर्ता सीएम हाउस की ओर बढ़ने लगे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग कर रखी थी,  आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. कांग्रेस के  कार्यकर्ता महंगाई, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री मोहन यादव के सरकारी आवास तक मार्च करने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी, जिन्हें पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड पर चढ़ने के बाद तोप से पानी के बल पर नीचे फेंक दिया गया, मामूली चोट लगी है, उन्होंने कहा कि "एक सौ या दो सौ घायल प्रदर्शनकारी मेरे साथ अस्पताल में हैं". पटवारी ने कहा, "हम अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे क्योंकि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार सभी मामलों में विफल रही है." प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद कुछ प्रदर्शनकारी जमीन पर गिर गए, जिसमें विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी और युवा कांग्रेस एमपी इकाई के प्रमुख मितेंद्र दर्शन सिंह शामिल थे. हरदा के कांग्रेस विधायक आरके दोगने ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण बैठक करने के तुरंत बाद और सीएम आवास तक मार्च करने से पहले ही रोक दिया गया. दोगने ने कहा, "हमारे बैरिकेड तक पहुंचने से पहले ही पानी की बौछारें की गईं और प्रदर्शनकारियों को लाठियों से खदेड़ा गया. किसान, युवा, गरीब गहरे संकट में हैं. हम राज्य सरकार को अपनी चिंताएं बताना चाहते थे. लोगों की आवाज दबाने से इनका समाधान नहीं होगा."