@ Keval K tripathi

भोपाल, 14 जुलाई। मध्य प्रदेश की विधानसभा में सोमवार का दिन बेहद खास रहा।   विधानसभा भोपाल में देश की विधानसभाओं में गठित होने वाली समितियों की प्रणाली की समीक्षा के लिए सात राज्यों के विधानसभा के प्रतिनिधी उपस्थित रहे। जहा समिति प्रणाली की समीक्षा के लिए गठित पीठासीन अधिकारियों की समिति की पहली बैठक समिति के अध्यक्ष मध्य प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अगली बैठक राजस्थान में होगी। 
        इस बैठक में उत्तरप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, सिक्किम विधानसभा अध्यक्ष मिंगमा नोरबू शेरपा, ओडिशा विधानसभा माननीय अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी एवं पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी सम्मिलित हुए। बैठक में सभी संबंधित राज्यों की विधानसभा के प्रमुख सचिव एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में विधानसभा की समिति के सुदृढ़ीकरण एवं जनकल्याण में उनकी भूमिका को बढ़ाने पर विचार किया गया। 

          बैठक की अध्यक्षता करते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष मध्यप्रदेश नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि समिति प्रणाली की समीक्षा के लिए गठित पीठासीन अधिकारियों की समिति की यह प्रथम बैठक है। हम सभी जानते हैं कि हमारे देश की लोकतांत्रिक प्रणाली में संसद एवं विधानसभाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। संसद या विधानसभा के सत्रो में जितनी सूक्ष्म निगरानी की आवश्यकता होती है वह सत्र में संभव नहीं हो पाता है। इसलिए समितियों के गठन की प्रणाली को प्रारंभ किया गया है। लोकसभा में भी विभिन्न समितियां गठित होती हैं, जिनमें बजट पर भी विचार−विमर्श होता है। लोकसभा में समितियां बजट का अध्ययन करके उस पर सुझाव देती है।

बैठक के बाद मध्य प्रदेश भ्रमण पर निकले सभी पीठासीन अधिकारियों 
सोमवार को बैठक के बाद सभी पीठासीन अधिकारियों को भोपाल बहुत अच्छा लगा हैं। सभी सदस्य एवं सहयोगी अधिकारी मध्य प्रदेश भ्रमण पर हैं। सभी उज्जैन, आंेमकालेश्वर, महाकालेश्वर के दर्शन करेगें कुछ सदस्य इंदौर भी जायेगें। इसके बाद अपने राज्य जायेगें। 

सभी सदस्यों ने किया वृक्षारोपण
       इस अवसर पर विधानसभा परिसर में सभी सदस्यों द्वारा वृक्षारोपण किया। अतिथि विधानसभा अध्यक्षों, विधानसभा प्रमुख सचिवों एवं अन्य अधिकारियों ने इस अवसर पर विधानसभा भवन का भ्रमण कर सदन, मानसरोवर सभागार, विधानसभा पुस्तकालय एवं अन्य प्रकोष्ठों की जानकारी भी ली। मध्यप्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव ए.पी. सिंह ने समिति की बैठक की रूपरेखा रखी और सचिव अरविन्द शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया।