वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के एक पत्र ने निकल प्राचार्य के पसीने
Keval K tripathi, भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के एक पत्र ने समस्त शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य के पसीने निकल दिए। यह पत्र कमिश्नर उच्च शिक्षा विभाग सतपुड़ा भवन से 28 अप्रैल 2025 को समस्त शासकीय विश्वविद्यालय कुलसचिव और समस्त शासकीय महाविद्यालय प्राचार्य के लिए था। जहां एक और शासकीय महाविद्यालय में परीक्षाएं चल रही हैं वही कमिश्नर उच्च उच्च शिक्षा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक 29 अप्रैल 2015 को 4:30 बजे से 6:00 तक के बीच एनआईसी केंद्र के माध्यम से जिला स्तर पर उपस्थित रहकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कराई गई। समस्या यह थी कि शासकीय महाविद्यालय जिले से काफी दूरियों पर है, तो वही अपना महाविद्यालय छोड़कर जिले पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करने जाना प्राचार्य के लिए पसीने निकल रहा था। महाविद्यालय में उस दौरान फाइनल परीक्षाएं चल रही है। अब अतिथि विद्वानों के भरोसे परीक्षाओं को छोड़कर जिले में एनआईसी केंद्र के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उपस्थित होना प्राचार्य के लिए पसीने निकल रहा था। उच्च शिक्षा विभाग कमिश्नर दफ्तर से आईटी प्रभारी डॉक्टर जे0एस0 जिलानी का यह आदेश शासकीय महाविद्यालय के प्राचार्य को मिला तो उनके पसीने निकल गए। उनको यह समझ में नहीं आ रहा था की परीक्षा छोड़कर जिले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग अटेंड करना कहीं उनको भारी न पड़ जाए। कल को परीक्षा के दौरान कुछ उच्च नीच हो गई तो उनकी नौकरी पर बन आए।