बोले किसान- नहीं जाएंगे, यहीं डटना है, यहीं मरना है…गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन तेज!
राकेश टिकैत के रोने के बाद से गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है. पंजाब , हरियाणा , राजस्थान और पश्चिमी यूपी के किसान वापस से गाजीपुर बॉर्डर पर जुटने लगे हैं। कई किसानों ने तो यहाँ तक कहना शुरू कर दिया है कि जबतक कानून वापस नहीं होंगे हम अपने घर को नहीं जायेंगे। इतना ही नहीं कई किसानों ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ये मोदी हमें बर्बाद कर देगा इसलिए हम कहीं नहीं जायेंगे, हम यहीं डटे रहेंगे और यहीं मरेंगे।
आज संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों के बारे में केंद्र सरकार द्वारा दिए गए अपने प्रस्ताव के बारे में बयान पर संज्ञान लिया। किसान अपनी चुनी हुई सरकार को मनाने के लिए दिल्ली की चौखट पर आए हैं और इसलिए सरकार से बातचीत पर किसान संगठनों का दरवाजा बंद करने का कोई सवाल ही नहीं है। साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने यह भी कहा कि किसान तीनों कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से निरस्त करना चाहते हैं और सभी किसानों के लिए सभी फसलों पर MSP की कानूनी गारंटी चाहते है।